महिलाओं को अधिकारों को जानने के लिये शिक्षा ही एक मात्र विकल्प : अवनी सिंह
बिजनौर। विवेक कॉलेज ऑफ एजुकेशन के समाज कार्य विभाग द्वारा महिला मुद्दो पर एक दिवसीय विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय संविधान द्वारा महिलाओं के हितो एवं उनको समाज में बराबरी का स्थान देने के उद्देश्य से बनाये गये विधि-कानूनों के विषय में कॉलेज छात्राओं को जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती अवनी सिंह ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालायें वर्तमान समय की मूल आवश्यकता हैं। उन्होने कहा हालांकि आज भारतीय महिलायें प्रत्येक क्षेत्र में गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त कर रही है, फिर भी समाज में एक वर्ग ऐसा भी है जो अपने मौलिक अधिकारों से अज्ञानी हैं।
भारत एक सम्पूर्ण राष्ट्र के रूप में विकसित हो, इसके लिये आवश्यक है कि महिलाये भी अपने संवैधानिक अधिकारों के बारे में जाने और देश के विकास में अपना योगदान दे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कॉलेज सचिव इंजीनियर दीपक मित्तल ने कहा कि महिला समस्याओं एवं अधिकारों पर आधारित ऐसे कार्यक्रमों की अध्यक्षता एक पुरूष द्वारा करवाना यह दर्शाता है कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना केवल महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि पुरूषों का भी समाज कार्य विभागाध्यक्ष डा0 जितेन्द्र कुमार वर्मा ने कार्यशाला का परिचय देते हुये बताया कि 'महिला एवं भारतीय संविधान' विषय पर आधारित यह कार्यशाला राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई हैं।
कार्यशाला का उद्देश्य न केवल छात्राओं अपितु अनसंगाठित कार्यक्षेत्र में कार्यरत गंभीर होती जा रही है उसे अभी तक रेस्क्यू सेंटर ले जाने का वनविभाग द्वारा कोई प्रयास नही किया जा रहा डीएफओ मनोज कुमार शुक्ला का कहना है कि हाथी के मुँह का अंदर का एक दाँत टूट गया है जबान कट गई जिसकारण उसके मुंह मे गले तक संक्रमण फैल गया है इस कारण कई दिन से कुछ ना खाने की वजह उसकी हालत ज़्यादा गंभीर हो गई अभी हाथी की हालत किसी रेस्क्यू सेंटर ले जाने की नही है चिकित्सको की टीम स्थिति पर नज़र रखे हुए ज़रूरत पड़ने पर हाथी को रेस्क्यू सेंटर मथुराले जाने का प्रयास किया जायेगा